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Showing posts from January, 2021

अपर कलेक्टर के निर्देश से सीधी जिले के किसानो को जागरूक करने के लिए औसधिय फसल अस्वगंधा बीज एवं गिलोय के पौध का किया गया बितरण

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 अभिनव पहल - सीधी -  जिले में अपर कलेक्टर श्री हर्षल पंचोली जी के निर्देशानुसार प्रगति संस्था द्वारा जिले के किसानो को आत्मा परियोजना सीधी के नवाचार अंतर्गत तथा RCFC जबलपुर के सहयोग से चंदोहिड़ोल  ग्राम के  किसानो को अश्वगंधा बीज  एवं गिलोय   पौध  बितरित किया गया ।  जिसमे गिलोय के पौध को घरो के बडियो में लगा कर दैनिक औसधिय के रूप में सेवन करने से डेंगू ,बुखार , पीलिया , रक्तविकार, डायबिटीज अन्य रोगो से लड़ने की रोगप्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है और अश्वगधा के सेवन से शारीरिक कमजोरी , तनाव, मानसिक विकार अनेक आंतरिक रोगो से लड़ने से ताकत मिलती है , वही दूसरी ओर इसके सेवन के साथ  साथ  इनकी खेती  करके  दुगना लाभ कमाया जा सकता है ,जिसमे  सामान्य तोर पे गेंहू , धान  से १ एकड़ से २५ से ३० हजार मिलता है वही दूसरी ओर औसधिय खेती से १ एकड़ से ४५ से ५० हजार का सुद्ध लाभ होता है।    इस जागरूकता अभियान में RCFC  जबलपुर के सीनियर  कंसल्टेंट मनीष गोस्वामी जी, कृषि विभाग के SADO -  LP सिंह , ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी OP जयसवाल जी ,  प्रगति संस्था के प्रमुख विनोद साहू , आजीविका मिशन मझोली ब्लॉक के अधिकारी

सीधी जिले के प्रगतिशील किसान रामभान साहू ने शुरू की काले गेंहू की खेती

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  अभिनव पहल  कृषि क्रांति   सीधी जिले का नाम भी अब धीरे धीरे खेती की नई तकनीक को अपनाने  में ख्याति होने लगी है , जिसमे अब यहाँ के किसान औसधिय खेती के साथ  काले गेहू की खेती शुरू कर दी है।   प्रगति संस्था के सहयोग से   काले गेंहू की खेती को बढ़ावा देने के लिए  जिले के युवाओ को इसका ट्रायल  जिले में कोठार ग्राम में    रामभान साहू  जी के यहाँ  लगवाया गया है ,   जिसमे इन्होने नवम्बर माह में काळा गेंहू की बुवाई की , और गेंहू की उपजाऊ क्षमता ८० इ ९० प्रतिसत रही और अब उनका खेत सामान्य गेंहू के मुकाबले अच्छी ग्रोथ , और ज्यादा कल्ले निकल रहे है , जिससे साहू जी  ने अगले साल ५ एकड़ में खेती करने के फैसला किया है , और दूसरे किसानो को भी जागरूक कर रहे है . काले गेंहू की डिमांड पुरे देश में है इसके सेवन से शुगर, bp , अनेक रोगो से लड़ने के अभूतपूर्व क्षमता है, यह क़िस्म  NABI MG , ब्लैक गेंहू है  जिसका विकाश NABI मोहाली में रिसर्च इंस्टिट्यूट २०१० में हुआ था।   प्रगति संस्था का उदेस्य भी यही यह की किसान नई तकनीक का उपयोग करे और अपनी आय को दुगुना करे  काला_गेहूं: गुणों की खान माने जाने वाला काले गेहूं की

सीधी जिले के मझोली ब्लॉक के स्व सहायता समूहों को दी गयी ओषधीय फसल गिलोय ,अस्वगंधा का प्रशिक्षण

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  अभिनव पहल - 04/01/2021 सीधी - कृषि सन्देश  जिले में किसानो की आय को दोगुनी करने के उदेस्य को पूरा करने के लिए प्रगति संस्था द्वारा , संजय गाँधी उद्यान मड़वास, के सहयोग से मझोली जनपद के स्वसहायता समूहों को गिलोय तथा अस्वगंधा के फायदों तथा उनके नर्सरी ,खेती के तरीको के बारे में प्रक्षिशित किया गया . इस कार्यक्रम में  लक्ष्मी स्वसहायता समूह , जिंदगी सुधार समूह तथा अन्य ग्रामीण किसान इस कार्यक्रम में सम्मिलित होकर जागरूक हुए और अपने घर में गिलोय के सेवन और उसके प्रचार प्रसार के लिए प्रण लिया।   गिलोय जिसे गुरुच या अमृता भी कहा जाता है ये एक रामबाण औसधि है जो बुखार ,मलेरिया अनेक  रक्तविकारों से बचाने में उपयोगी औसधि है जिसकी मांग पुरे देश में है इस कोरोना काल में अधिकतर दवाइया इन्ही गिलोय और अस्वगंधा के काढ़े का उपयोग कर के लोगो को स्वस्थ  किया गया।  इसी मांग को देखते हुए आस पास  गिलोय जंगलो और बाडियो लगी है पर लोग इसके महत्व पूर्ण लाभ से वंचित है और अगर  इन्हे सहेज कर लगाया  जाये और इनको बेंचा जाये तो  दो तरफ से लाभ किसानो को हो सकता है।  प्रगति संस्था ,RCFC जबलपुर के सहयोग से मध्यप्रदेश म