सीधी जिले में लक्ष्मी स्व सहायता समूह ने शुरू की गिलोय की नर्सरी
अभिनव पहल कृषि क्रांति गिलोय , अमृता , अनेक नामों से जाने जाने वाली यह अद्भुत औसधि जिसे अब भारत सरकार ने राष्ट्रीय पोधा घोसित कर दिया है , और इसकी मांग देश विदेश में बहुतायत में है जिसका उपयोग रोग प्रतिरोधक दवाइयों के बनने में उपयोग होता है , भारत सरकार के द्वारा इसके प्रचार प्रसार पर काफी ध्यान दिया जा रहा है ,मध्य प्रदेश के सीधी जिले में इसके उपयोग और लाभ के बारे में जानकारी की शुरुवात हो गयी है प्रगति संस्था ने RCFC जबलपुर के सहयोग से गिलोय तथा अनेक सभी औसधिय फसल बढ़ावा देने में मार्गदर्शन कर रह रही है , जिसमे गिलोय के के सेवन से लेकर लगाने के विधियों और उससे लाभ को दुगुना करने पर जागरूक किया जा रहा है सीधी जिले में एक तरफ देखा जाये तो जिसे लोकल भाषा में गुरुच भी कहा जाता है जो बहुतायत में आस पास के सभी क्षेत्रो में में उपलब्ध है लेकिन इसके उपयोग से लाभ का अर्जन अभी सिमित है। प्रगति संस्था के सहयोग से सीधी जिले में पहली बार मझोली ब्लॉक ग्राम चंदोहिडोल में लक्ष्मी स्वसहायता समूह को प्रेरित कर गांव गांव लोगो को इसके सेवन और आय बढाने के बारे